Musings of a non-entity
Who am I?
Friday, 17 August 2018
क़ायम है
तनहाई
क़ायम
है
,
ख़िज़ाँ
-
ए
-
हयात
क़ायम
है
,
क़ायम
है
दर्द
-
ए
-
रुख़सत
-
ए
-
महबूब।
सफर
क़ायम
है
,
तनहा
मुसाफ़िर
क़ायम
है
,
क़ायम
है
हसरत
-
ए
-
विसाल
-
ए
-
यार।
…श्याम
सुन्दर
बुलुसु
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