Musings of a non-entity
Who am I?
Monday, 5 September 2016
होड़
होड़ लगी है साथ छोड़नेवालों की ।
हमनवां तक ने दगा दिया है,
तेरा क्या यक़ीन, ओ मेरा साया,
अँधेरा तो अँधेरा, उजाले में भी साथ दे,
मेरा साथ छोड़नेवालों का !
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