Musings of a non-entity
Who am I?
Monday, 23 April 2018
रात और दिन
निशा
से
मिलने
की
नाकाम
कोशिशों
में
शर्म
से
चेहरा
लाल
करके
सागर
में
डूब
गया
है
दिन
.
नादान
है
,
ये
नहीं
जानता
कि
उसे
किसी
भी
जनम
में
कामयाबी
हासिल
नहीं
होनी
है
.
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